छठ (पर्व)
* छठ उत्तर भारत में मनाया जाने वाला प्रमुख पर्व है।
* छठ कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है।
* छठ सूर्योपासना का अनुपम लोकपर्व है
* छठ मुख्य रूप से पूर्वी भारत के बिहार झारखंड पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्र में मनाया जाता है।
* प्रायः हिंदुओं के इस पर्व को इस्लाम सहित अन्य धर्मावलंबी लोग भी मनाते हुए देखे गए।
* धीरे-धीरे यह पर्व प्रवासी भारतीयों के साथ साथ विश्व भर में प्रचलित हो रहा है
* छठ पर्व छठ, षष्टी का अपभ्रंश है।
* छठ का पर्व वर्ष में दो बार आता है एक क्षेत्र में और दूसरा कार्तिक में
* चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले छठ को चैती छठ कहा जाता है
* कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले पर्व को कार्तिकी छठ कहा जाता है
* पारिवारिक सुख समृद्धि तथा मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यह पर्व मनाया जाता है।
* स्त्री और पुरुष समान रूप से इस पर्व को मनाते हैं।
* एक कथा के अनुसार जब पांडव अपना सारा राजपाट जुए में हार गए तब श्रीकृष्ण के बताने पर द्रौपदी ने छठ व्रत रखा जिससे उनकी मनोकामनाएं पूरी हुई।
* लोक परंपरा के अनुसार सूर्य देव और छठी मैया का संबंध भाई-बहन का है।
* लोक मातृका षष्टी की पहली पूजा सूर्य देव ने ही की थी।
* छठ पर्व को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो षष्ठी तिथि को एक विशेष खगोलिय परिवर्तन होता है जिस में सूर्य की पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर सामान्य से अधिक मात्रा में एकत्र हो जाती है जिसके कारण मानव की कुप्रभाव से रक्षा होती है
* पराबैगनी किरणों से पृथ्वी के जीवो को बहुत लाभ मिलता है।
* छठ पर्व 4 दिनों का होता है।
* छठ पर्व भैया दूज से तीसरे दिन आरंभ होता है।
* पहले दिन सेन्धा नमक और घी से बना अरवा चावल और कद्दू की सब्जी प्रसाद के रूप में ली जाती है।
* दूसरे दिन अन्न जल त्याग कर उपवास रखा जाता है और शाम को 7:00 बजे खीर बनाकर पूजा के उपरांत प्रसाद ग्रहण किया जाता है।
* तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य यानी दूध अर्पण किया जाता है
* अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्ध्य अर्पण किया जाता है।
* पूजा में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है लहसुन प्याज वर्जित होता है।
* जिन घरों में यह पूजा होती है वहां भक्ति गीत गाए जाते हैं।
* अंत में लोगों को पूजा का प्रसाद दिया जाता है।
* ऐसी मान्यता है कि छठ व्रत की पूजा करने वाली महिलाओं को पुत्र की प्राप्ति होती है।
* लंका विजय के बाद भगवान राम और सीता ने उपवास कर सूर्य की आराधना की थी।
* छठ पर्व की परंपरा और महत्व को प्रतिपादित करने वाली कई कथाएं प्रचलित है।