दीपावली पर क्या करना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए ?

क्या करें

● अपने घर की तरह आप अपने आप को भी दिवाली पर साफ-सुथरा करें।

● नहा-धोकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। काले और नीले कपड़े ना पहनें।

● कुछ लोग दिवाली पर व्रत भी रखते हैं और लक्ष्मी पूजन के बाद अपना उपवास तोड़ते हैं।

● मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा पूरी श्रद्दा और प्रेम से करें।

● सामर्थ्यनुसार भगवान को चढ़ावा चढ़ाएं वैसे भी ईश्वर तो भक्तों की भक्ति और प्रेम को देखते हैं।

● मां लक्ष्मी को आम तौर पर खीर का भोग और गणपति जी को लड्डू या मोदक का भोग लगता है।

● इस दिन गरीबों को दान दें, हो सके तो ब्राहम्णों को भोजन कराएं।

● मां लक्ष्मी को झाड़ू भी चढ़ाएं।

● कुमकुम से शुभ-लाभ, श्री, स्वस्तिक और ओम के शुभ चिन्ह बनाएं और अपने और अपनों की खुशहाली के लिए प्रार्थना करें।

● अपने घरों और कार्यस्थलों को गेंदे के फूल और अशोक, आम और केले के पत्तों से सजाएं.

● मांगलिक कलश को घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर पूरे, बिना छिलके वाले नारियल से ढक कर रखना शुभ माना जाता है.

● पूजा स्थल की सफाई के बाद दाहिने हाथ की ओर एक उठे हुए चबूतरे पर लाल कपड़ा बिछाएं और माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को स्थापित करें.

● बायीं ओर उठे हुए चबूतरे पर सफेद वस्त्र बिछाकर नवग्रह स्थापित करें और लाल वस्त्र पर षोडश देवी की स्थापना करें.

● दिवाली के दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी पूजा करनी चाहिए.

● घर के दरवाजे पर रंगोली बनाएं.

● दिवाली पूजन में गाय के घी का इस्तेमाल करें. गाय का घी शुद्ध माना जाता है. 

● खुश रहें और खुशियां बांटें।

क्या ना करें

● शाम के वक्त झाड़ू ना लगाएं, साफ-सफाई का काम सुबह ही करें।

● मिट्टी या चांदी की मूर्तियों को शुभ माना जाता है इसलिए कांच या पीओपी मूर्तियों की पूजा न करें.

● ये माता लक्ष्मी के स्वागत का त्योहार है, इसलिए घर के प्रवेश द्वार पर जूते-चप्पल न रखें.

● पूजा के लिए लोहे के बर्तनों का प्रयोग न करें.

● पूजा में तुलसी के पत्ते न चढ़ाएं.

● ये खुशियों का त्योहार है, इसलिए बहस न करें और न ही घर में नकारात्मक माहौल बनाएं.

● दिवाली पूजन में गाय के घी का इस्तेमाल करें. गाय का घी शुद्ध माना जाता है. 

● किसी भी प्रकार का नशा न करें।

● जुआ न खेलें।

● निंदा और झगड़ा ना करें।

● परिवार वालों से उलझे नहीं।

● सहवास ना करें।

नोट - उक्त आलेख धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है।