इस संबंध में ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने नोटिस जारी किया है। हालांकि 4 प्रदेश उपाध्यक्ष बनी रहेंगी।
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन 30 जनवरी को हुआ था। इसमें नियुक्तियों में गड़बड़ी के आरोप और अपनों की नियुक्तियां नहीं होने के विरोध के चलते पदाधिकारियों में असंतोष पनपता गया था। इसके बाद पदाधिकारियों ने इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन में इस्तीफा और विरोध करना शुरू कर दिया था। सबसे पहले इंदौर से महामंत्री पद से सोनिया शुक्ला ने इस्तीफा दिया। इसके बाद उज्जैन, ग्वालियर समेत अन्य शहरों के पदाधिकारियों ने भी विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद प्रदेश संगठन ने नव नियुक्त महिला कार्यकारिणी पर स्टे लगा दिया था। यह विवाद दिल्ली तक पहुंच गया। इसके बाद ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया।
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन 30 जनवरी को हुआ था। इसमें नियुक्तियों में गड़बड़ी के आरोप और अपनों की नियुक्तियां नहीं होने के विरोध के चलते पदाधिकारियों में असंतोष पनपता गया था। इसके बाद पदाधिकारियों ने इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन में इस्तीफा और विरोध करना शुरू कर दिया था। सबसे पहले इंदौर से महामंत्री पद से सोनिया शुक्ला ने इस्तीफा दिया। इसके बाद उज्जैन, ग्वालियर समेत अन्य शहरों के पदाधिकारियों ने भी विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद प्रदेश संगठन ने नव नियुक्त महिला कार्यकारिणी पर स्टे लगा दिया था। यह विवाद दिल्ली तक पहुंच गया। इसके बाद ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया।