आइये जानते हैं भारत के छटवें राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी जी के जीवन चरित्र के बारे में

नीलम संजीव रेड्डी (राष्ट्रपति)
* ये ऐसे राष्ट्रपति थे जो आजादी से पहले अंग्रेजों के खिलाफ लड़े और आजादी के बाद राष्ट्रपति पद की कुर्सी संभाली थी
* वो भारत के पहले युवा तथा छठे राष्ट्रपति थे उन्होंने 25 जुलाई 1977 से राष्ट्रपति पद को संभाला
* 19 मई 1913 को उनका जन्म आंध्र प्रदेश के कृषक परिवार में हुआ था
* वह महज 18 साल की उम्र में स्वतंत्रता संग्राम में कूद गए थे
* इतना ही नहीं, महात्मा गांधी से प्रभावित होकर विद्यार्थी जीवन में ही उन्होंने पहला सत्याग्रह भी किया
* राजनैतिक जीवन की शुरुआत युवा कांग्रेस के सदस्य के रूप में की
* साल 1936 में नीलम संजीव रेड्डी आन्ध्र प्रदेश कांग्रेस समिति के सामान्य सचिव (General secretary) चुने गए उन्होंने इस पद पर लगभग 10 साल तक काम किया
* वे अक्टूबर 1956 मे आन्ध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनें
* 1959 से 1962 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में से कार्य किया
* साल 1962 को इन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और यह 12 मार्च, 1962 को दोबारा आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने
* नीलम संजीव 65 साल की उम्र में राष्ट्रपति बने 1977 से 1982 तक उन्होंने कार्यकाल संभाला
* नीलम संजीव रेड्डी भारत के ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होते हुए प्रथम बार विफलता प्राप्त हुई और दूसरी बार उम्मीदवार बनाए जाने पर राष्ट्रपति निर्वाचित हुए प्रथम बार इन्हें वी. वी. गिरि के कारण बहुत कम अंतर से हार स्वीकार करनी पड़ी थी
* वह ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्होंने मोरारजी देसाई, चरण सिंह और इंदिरा गांधी जैसे प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया
* साल 1977 को नीलम संजीव रेड्डी को सर्वसम्मति से लोकसभा का स्पीकर भी चुना गया
* भारत के सबसे युवा राष्ट्रपति ने 1 जून 1996 को दुनिया को अलविदा कह दिया उनकी मृत्यु का कारण निमोनिया था