आइये जानते हैं भारत के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह जी के जीवन चरित्र के बारे में

ज्ञानी ज़ैल सिंह
* ज्ञानी ज़ैल सिंह भारत के सातवें राष्ट्रपति थे जिनका कार्यकाल 25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987 रहा
* वो भारत के पहले राष्ट्रपति थे जिनका धर्म सिख था
* राष्ट्रपति बनने से पूर्व वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में गृह मंत्री सहित केन्द्रीय मंत्रीमंडल के विभिन्न पदों पर रहे
* वो वर्ष 1983 से 1986 तक गुट निरपेक्ष आंदोलन के अध्यक्ष भी रहे
* उनके कार्यकाल में ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गांधी की हत्या और 1984 के सिख-विरोधी दंगे जैसी घटनायें हुई
* ज्ञानी ज़ैल सिंह का जन्म ब्रिटिश भारत के फरीदकोट राज्य (वर्तमान पंजाब में) के ग्राम संघवान में 5 मई 1916 को हुआ
* इनके पिता का नाम किशन सिंह एवं माता का नाम इंद्रा कौर था
* पंथनिरपेक्षता की राह पर भारत के पुनर्निमाण के दौरान उन्होंने फ़रीदकोट राज्य के शासक हरिन्दर सिंह बरार का विरोध किया जिसके फलस्वरूप उन्हें पाँच वर्षों के लिए बंदी बनाये गये और यातनायें दी गयी
* भारत के विभाजन के बाद नये बने राज्य पटियाला एवं पूर्वी पंजाब राज्य संघ में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने उन्हें वर्ष 1949 में उन्हें राजस्व मंत्री नियुक्त किया एवं वर्ष 1951 में उन्हें कृषि मंत्रालय दिया गया
* 3 अप्रैल 1956 से 10 मार्च 1962 तक वो राज्य सभा सदस्य रहे
* ज़ैल सिंह को वर्ष 1972 में कांग्रेस ने पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में चुना
* उन्होंने बड़े पैमाने पर धार्मिक सभाओं की व्यवस्था की, एक पारंपरिक सिख प्रार्थना के साथ सार्वजनिक समारोहों की शुरुआत की, गुरु गोबिंद सिंह के नाम पर एक राजमार्ग का उद्घाटन किया, और गुरु के पुत्र के नाम पर एक बस्ती का नाम रखा
* उन्होंने राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों के लिए आजीवन पेंशन योजना बनाई
* उन्होंने लंदन से उधम सिंह के अवशेष, हथियार और गुरु गोबिंद सिंह से संबंधित लेख वापस लाए
* वर्ष 1994 में कार दुर्घटना में घायल होने के कारण उनका निधन हो गया