एक मुट्ठी आसमान..गजल पुस्तक का विमोचन समारोह संपन्न ,कविता करना खेल नहीं है,पूछो इन फनकारों से, ये सब लोहा काट रहे हैं कागज की तलवारों से ...देवताले


बुरहानपुरसाहित्य के प्रति असीम प्रेम और जुनून के कारण ही एक मुट्ठी आसमान जैसी सुंदर गजल पुस्तक का लेखन संग्रहण और इसका विमोचन संपन्न हुआ है! 
गजल लिखना साधारण काम नहीं है यह तो कागज की तलवार से लोहे काटने जैसा काम है जिसे रचनाकार राजपाल सिंह चावला ने बखूबी निभाया है वह बधाई के पात्र है, बुरहानपुर जैसे शहर में समझने वाली हिंदी और उर्दू भाषा का प्रयोग करते हुए साहित्य की इतनी सुंदर कृति समाज को प्रदान की है !
उक्त उदगार वन माली सृजन केंद्र एवं ताप्ती सृजन पीठ बुरहानपुर के संयुक्त तत्वाधान में नगर एक निजी होटल के सभागृह में संपन्न हुए गजल संग्रह की पुस्तक- एक मुट्ठी आसमान के लोकार्पण समारोह में साहित्यकार और नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष देवताले ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कही! आपने कहा साहित्य समाज का दर्पण है और राजपाल सिंह चावला जैसे व्यक्तित्व के द्वारा इतनी सुंदर वास्तविक जीवन का बोध कराने करने वाली हिंदू उर्दू की सम्मिलित भाषा के साथ प्रेम संघर्ष और जीवन दर्शन जैसे विषयों की शानदार गजल का यह संग्रह युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक और मिल का पत्थर साबित होगा! 
इस अवसर पर रचनाकार राजपाल सिंह चावला ने कहा कि एक कलमकार केवल लिखता रहता है वह कितना अच्छा और श्रेष्ठ है, उसका मूल्यांकन करने का काम आप जैसे सुधी श्रोता ही करते हैं, और आज आपने मेरी जिंदगी के पूरे अनुभव की भावनाओं को एक सुंदर से गुलदसते के रूप में प्रकाशित करवा कर मुझे भावविभोर कर दिया है! जीवन पर्यंत में इस पुनीत कार्य के लिए वन माली सृजन केंद्र एवं ताप्ती सज्जन पीठ बुरहानपुर का आभारी रहूंगा ! आपने अपने दिल के करीब की कई सुंदर-सुंदर गजल और कविताओं के अंश का पाठन भी किया !
 इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नट निर्माण वनमाली सृजन पीठ खंडवा के अध्यक्ष शरद जैन ने भी अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कलमकार राजपाल सिंह चावला के सुंदर प्रयासों की खूब सराहना की! बतौर विशेष अतिथि साहित्यकार और राष्ट्रीय कवि डॉ रमेश चंद्र शर्मा धुआंधार ने भी सरदारों पर सुंदर-सुंदर मुक्तक प्रस्तुत कर कहा कि सरदार जीवन में जो कुछ भी करता है वह असरदार करता है और चावला जी का यह संग्रह समाज का और युवा पीढ़ी को प्रभावित करेगा !
प्रारंभ में वनमाली सृजन केंद्र और ताप्ती सृजन पीठ के पदाधिकारी अध्यक्ष संतोष परिहार, सचिव संदीप शर्मा,और कोषाअध्यक्ष नंदकिशोर जांगडे ने रचनाकार चावला जी को शॉल श्रीफल के माध्यम से सुंदर प्रयास के लिए संस्था की ओर से उनका अभिनंदन किया! 
इस, अवसर पर मध्य प्रदेश मराठी कला एवं साहित्य केंद्र की पूर्व अध्यक्ष पूर्णिमा हुंडीवाला, डॉ मनोज अग्रवाल और खंडवा से पधारे रोटेरियन सुखविंदर सिंह खंडपूरे ने भी अपने विचार व्यक्त कीये! 
देर रात तक चले इस अनूठे आयोजन में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी और रचनाकार एकत्रित हुए ! कार्यक्रम का संचालन संदीप शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन चावला परिवार की ओर से हरप्रीत सिंह चावला ने माना!