बुरहानपुर - केन्द्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद् आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के अधीन नैदानिक चिकित्सा अनुसंधान एकक बुरहानपुर में दिनांक 11/12/2024 सुबह 09:30 बजे से हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला का विषय "हिन्दी साहित्य संस्कृति एवं इतिहास" रहा।
उपरोक्त कार्यशाला में मुख्य अतिथि श्री कमरुद्दीन फ़लक प्रभारी प्राचार्य शासकीय हाईस्कूल आदिलपुरा बुरहानपुर मौजूद रहे। आप इतिहासकार, शायर, मूर्तिकार एवं फिल्म लेखक है। उन्होने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति के उदभव व उत्थान के बारे में अवगत कराया। आपने हिन्दी के शब्दों के सही उच्चारण एवं शब्दों के चुनाव पर प्रकाश डाला। आपने बताया भारत की संस्कृति विश्व की प्राचीनतम और समृद्ध संस्कृतियों में से एक थी। भारतीय संस्कृति का केंद्र हिंदू सनातन धर्म है। जो सिर्फ एक धर्म नहीं बल्कि एक व्यापक जीवन शैली है। आपने कविता "अर्जी" के माध्यम से गाँव की महिमा का गुणगान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अनुसंधान अधिकारी प्रभारी डॉ. यासमीन फातिमा द्वारा की गई। जिन्होने अपने उद्बोधन में बताया कि भारतीय संस्कृति का आदि स्त्रोत वैदिक दर्शन रहा है। इसी दर्शन से संस्कृति का विकास हुआ। इसलिये भारत विश्व भर में अपनी विविधता में एकता के लिये जाना जाता है जहाँ कई धार्मिक लोग अपनी अलग-अलग संस्कृतियों के साथ शांतिपूर्वक रहते है
कार्यक्रम में डॉ. इमरान जावेद के द्वारा इकाई का परिचय देते हुये इकाई में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. हैदर अली अंसारी के द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन श्रीमति दलजीत शर्मा के द्वारा किया गया। कार्यशाला में इकाई के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।