फंगल इंफेक्शन तब होता है जब फंगस (कवक) त्वचा, नाखून, या शरीर के अन्य हिस्सों में बढ़ने लगता है। यह आमतौर पर नमी, गर्मी और कमज़ोर इम्यून सिस्टम के कारण होता है।
फंगल इंफेक्शन के कारण :
1. नमी और पसीना – शरीर के उन हिस्सों में जहां पसीना ज्यादा होता है (जैसे पैर, कांख, कमर), वहां फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
2. कमज़ोर इम्यून सिस्टम – यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर है, तो फंगल संक्रमण जल्दी हो सकता है।
3. गंदे या टाइट कपड़े पहनना – टाइट या सिंथेटिक कपड़े पहनने से त्वचा को सांस नहीं मिलती, जिससे नमी बनी रहती है।
4. संक्रमित चीजों का इस्तेमाल – किसी संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, जूते, तौलिया, या पब्लिक स्विमिंग पूल और जिम के उपकरणों का इस्तेमाल करने से इंफेक्शन फैल सकता है।
5. डायबिटीज और अन्य बीमारियां – डायबिटीज के मरीजों को फंगल इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है।
फंगल इंफेक्शन से बचाव के उपाय:
1. त्वचा को सूखा और साफ रखें – खासकर नमी वाले क्षेत्रों (जैसे पैर और कांख) को सूखा रखें।
2. हल्के और कॉटन के कपड़े पहनें – ढीले और सूती कपड़े पहनें ताकि हवा पास हो सके।
3. साफ-सफाई का ध्यान रखें – रोज़ नहाएं और शरीर के प्रभावित हिस्सों को अच्छे से सुखाएं।
4. संक्रमित चीजों का इस्तेमाल न करें – दूसरों के तौलिये, जूते या कपड़े इस्तेमाल करने से बचें।
5. फुटवियर का ध्यान रखें – पब्लिक वॉशरूम, स्विमिंग पूल, और जिम में चप्पल पहनें।
6. एंटी-फंगल पाउडर या क्रीम का इस्तेमाल करें – यदि आपको बार-बार फंगल इंफेक्शन होता है, तो डॉक्टर की सलाह से एंटी-फंगल पाउडर या क्रीम लगाएं।
7. इम्यून सिस्टम मजबूत करें – हेल्दी डाइट लें और विटामिन-सी और प्रोबायोटिक्स (जैसे दही) का सेवन करें।
अगर इंफेक्शन बार-बार हो रहा है या बहुत ज्यादा बढ़ गया है, तो बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लें।
Disclaimer : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे व सलाह सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।