कहीं आप कैमिकल से पका पपीता तो नहीं खा रहे हैं ? स्वास्थ्य पर पड़ रहा है क्या प्रभाव ?कैसे पहचानें कि पपीता कृत्रिम रूप से पकाया गया है?


पपीते (और अन्य फलों) को तेजी से पकाने के लिए आमतौर पर कैल्शियम कार्बाइड (Calcium Carbide) का उपयोग किया जाता है। डॉ मनोज अग्रवाल के अनुसार यह एक खतरनाक रसायन है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकता है।

कैसे काम करता है कैल्शियम कार्बाइड ?

जब कैल्शियम कार्बाइड नमी के संपर्क में आता है, तो यह एसीटिलीन गैस (Acetylene Gas) छोड़ता है, जो प्राकृतिक रूप से एथिलीन (Ethylene) की तरह काम करता है और फल को जल्दी पकाने में मदद करता है।

हालांकि, यह प्रक्रिया कृत्रिम और असुरक्षित होती है क्योंकि कैल्शियम कार्बाइड में आर्सेनिक और फॉस्फोरस जैसे जहरीले तत्व मौजूद होते हैं।

स्वास्थ्य पर प्रभाव

1. गैस्ट्रिक समस्याएं: पेट दर्द, अपच और आंतों से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं।

2. न्यूरोलॉजिकल असर: सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी और याददाश्त पर असर पड़ सकता है।

3. त्वचा और आंखों की जलन: कैल्शियम कार्बाइड के संपर्क से जलन और खुजली हो सकती है।

4. कैंसर का खतरा: लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

कैसे पहचानें कि पपीता कृत्रिम रूप से पकाया गया है ?

रंग में असमानता: पपीते का रंग एक समान नहीं होगा, कुछ जगह पीला और कुछ जगह हरा दिखेगा।

खुशबू नहीं होगी: प्राकृतिक रूप से पका पपीता मीठी खुशबू देता है, जबकि केमिकल से पका पपीता बिना खुशबू का होता है।

ज्यादा मुलायम होगा: यह जल्दी गल सकता है और अंदर से अधिक गूदेदार और स्वाद में फीका लग सकता है।

सुरक्षित विकल्प क्या हैं ?

1. प्राकृतिक रूप से पका पपीता खरीदें - थोड़ा कच्चा खरीदकर घर पर पकने दें।

2. नमक के पानी से धोएं - खाने से पहले पपीते को अच्छे से धोना चाहिए ताकि किसी भी रसायन का असर कम हो सके।

3. ऑर्गेनिक फल चुनें - बिना केमिकल के उगाए गए फल ज्यादा सुरक्षित होते हैं।

4. पपीते को घर पर पकाएं - इसे कागज में लपेटकर या चावल में रखकर प्राकृतिक रूप से पकाया जा सकता है।

भारत में कैल्शियम कार्बाइड से फल पकाने पर प्रतिबंध है, लेकिन फिर भी कई जगह इसका उपयोग किया जाता है। इसलिए सतर्क रहना जरूरी है और सुरक्षित फलों का चुनाव करना ही सेहतमंद विकल्प है।

Disclaimer : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे व सलाह सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।